Bhagavad Gita Chapter 2 - Hindi Part 9
Bhagavad Gita Chapter 2 - Hindi
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शरीर माटी से बना है और माटी में मिल जाएगा। आत्मा अजर-अमर है, जो शरीर से भिन्न है। भगवान कृष्ण अर्जुन को समझाते हैं कि न आत्मा का जन्म होता है, न मृत्यु। शरीर मिट्टी में बदल जाता है, पर आत्मा सनातन और दिव्य है। योग, साधना और ध्यान से इंसान को यह बोध होता है कि "मैं" शरीर से अलग हूं। भगवान और आत्मा दोनों सनातन हैं, अनादि और अविनाशी। मृत्यु शरीर की होती है, आत्मा अमर रहती है।
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