Bhagavad Gita Chapter 2 - Hindi Part 43
Bhagavad Gita Chapter 2 - Hindi
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मन को स्वस्थ रखने के लिए नियमित साधना आवश्यक है, जैसे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम। शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य आवश्यक हैं। संसार में रहते हुए मन को अशांत करने वाले राग, द्वेष और अन्य विकार मिलते हैं, इसलिए प्रतिदिन कुछ समय भगवान के चिंतन में लगाना चाहिए। जैसे व्यायाम शरीर को स्वस्थ रखता है, वैसे ही साधना मन को शुद्ध और भगवान में स्थिर करती है। नियमित चिंतन और साधना से संसारिक आसक्ति कम होती है और ईश्वर की ओर मन लगता है।
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Bhagavad Gita Chapter 2 - Hindi Part 45
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क्रोध, लोभ और कामना मन के रोग हैं। कामना से क्रोध और लोभ उत्पन्न होते हैं। जब कामना पूरी नहीं होती, क्रोध आता है, जिससे बुद्धि नष्ट हो जाती है। कामना पूरी होने पर लोभ बढ़ता है, जिससे शांति नहीं मिलती। श्रीकृष्ण कहते हैं कि शांति कामनाओं के त्याग से मिलती है, न कि उनकी पूर्ति से। कामना वस्तुओं के ...