Bhagavad Gita Chapter 2 - Hindi Part 22
Bhagavad Gita Chapter 2 - Hindi
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9m 39s
हजारों वर्ष पूर्व, समाज में शत्रुओं से रक्षा और पाप प्रवृत्ति नियंत्रित करने हेतु क्षत्रियों का कर्तव्य था युद्ध करना। अर्जुन को श्रीकृष्ण याद दिलाते हैं कि उसका स्वधर्म है समाज की रक्षा के लिए युद्ध करना। अगर अर्जुन कायरता दिखाएगा और भाग जाएगा, तो उसका अपयश होगा, जो क्षत्रिय के लिए सबसे बुरा है। स्वधर्म के पालन से मृत्यु भी श्रेष्ठ है, क्योंकि इससे क्षत्रिय स्वर्ग प्राप्त करता है। अतः अर्जुन को स्वधर्म पर विचार कर निडर होकर युद्ध करना चाहिए।
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