Shreemad Bhagavatam - Hindi

Shreemad Bhagavatam - Hindi

यह कथा भगवान श्रीकृष्ण की अद्भुत लीलाओं और उनकी भक्तिवशता पर केंद्रित है। इसमें उनके बाल्यकाल की घटनाएँ, जैसे माखन चोरी, पूतना वध, त्रिनावर्त वध, और गोपियों संग रासलीला का वर्णन किया गया है। श्रीकृष्ण अपने भक्तों के प्रेम के वशीभूत होकर असाधारण कार्य करते हैं, जिससे भक्ति का महत्व स्थापित होता है।महाभारत युद्ध के बाद परीक्षित को कलियुग का सामना करना पड़ा, और उन्होंने आत्मकल्याण हेतु वैराग्य धारण कर श्रीमद भागवत कथा सुनी। इस ग्रंथ में ब्रह्मांड की उत्पत्ति, भक्ति, वैराग्य, और आत्मज्ञान के रहस्य विदुर-मैत्रेय संवाद के माध्यम से बताए गए हैं।भगवान की लीलाओं का श्रवण हृदय को शुद्ध करता है और आत्मा के कल्याण का मार्ग दिखाता है। श्रीमद भागवत महापुराण भक्ति, ज्ञान और वेदांत का अद्वितीय संगम है, जो मनुष्य को संसार के मोह से मुक्त होकर ईश्वर की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा देता है।

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Shreemad Bhagavatam - Hindi
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    यह श्रीमद भागवत कथा भक्ती, ज्ञान और वैराग्य की महिमा को व्यक्त करती है। महापुराण में वेदों की सर्वोच्चता, ईश्वर के अद्वैत तत्व और भक्ती की पराकाष्ठा का विवेचन है। भागवत में भगवान की लीलाओं, ज्ञान और भक्ती का अद्वितीय सामंजस्य है। भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का श्रवण भक्तों के हृदय को शुद्ध करता है।...

  • कलियुग का प्रारम्भ - श्रीमद भागवतम भाग 2

    कलियुग का प्रारंभ महाभारत युद्ध के बाद हुआ। अश्वत्थामा ने पांडव पुत्रों की हत्या की, जिससे पांडवों और द्रौपदी को दुख हुआ। परीक्षित ने कलियुग के आगमन का सामना किया और उसे केवल कुछ जगहों पर रहने की अनुमति दी। फिर परीक्षित को श्राप मिला, और उन्होंने आत्मकल्याण हेतु वैराग्य धारण किया। गंगा किनारे, शु...

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    शुकदेव जी और परीक्षित महराज के संवाद में ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति का रहस्य बताया गया है। विदुर और मैत्रेय मुनि के बीच हुए संवाद में ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि की रचना और विभिन्न लोकों, देवी-देवताओं, और मनुष्यों की उत्पत्ति का वर्णन किया गया है। पृथ्वी के सात द्वीपों और समुद्रों का भी विवरण है। इस कथा...

  • मनुष्य का लक्ष्य - श्रीमद भागवतम भाग 4

    मनुष्य जीवन का उद्देश्य केवल भौतिक सुख नहीं, बल्कि ईश्वर की भक्ति और आत्मज्ञान प्राप्त करना है। संसारिक मोह माया, भोग-विलास, और लोभ-लालच अंततः दुख का कारण बनते हैं। विदुर और मैत्रेय संवाद में भगवान की भक्ति के महत्व को समझाया गया है। प्रियव्रत और उनके वंशजों की कथा द्वारा यह दर्शाया गया कि भक्ति,...

  • अवतार रहस्य - श्रीमद भागवतम भाग 5

    यह पाठ भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और भक्तिवशता पर आधारित है। इसमें उनके बाल रूप में ब्रज में विचरण, गोपियों संग नृत्य, पूतना वध, त्रिनावर्त वध और माखन चोरी जैसी घटनाओं का वर्णन है। भगवान श्रीकृष्ण की अद्भुत लीलाएँ और उनकी भक्तों के प्रति अनंत प्रेम कथा में प्रमुख हैं। वे अपने भक्तों के प्रेम के वश...

  • श्री कृष्ण लीला - श्रीमद भागवतम भाग 6

    इस भाग में श्री कृष्ण की बाल्यकाल की लीलाओं का विवरण है, जैसे माखन चोरी, यशोदा द्वारा उन्हें बांधना, और शकटासुर, तृणावर्त जैसे राक्षसों का वध। इसमें कृष्ण के खेल, गोपियों संग उनके रास, और गोवर्धन पूजा का महत्व बताया गया है। श्री कृष्ण के बालपन के अद्भुत कार्यों और भक्तों के प्रति उनके प्रेम का वर...

  • श्री कृष्ण भक्ति - श्रीमद भागवतम भाग 7

    इस भाग में श्री कृष्ण की कई लीलाओं का वर्णन है। गोपियों के प्रति उनके प्रेम, कंस वध, और भगवान द्वारा मथुरा के लोगों को स्वतंत्रता दिलाने की घटनाएं शामिल हैं। उद्धव के साथ गोपियों का संवाद, उनकी भक्ति का महत्त्व, और श्री कृष्ण द्वारा भक्तों के लिए किए गए कार्यों का विस्तार से वर्णन किया गया है। यह...