शरणागति का रहस्य - 13 भगवद् गीता का सार
Sharanagati Rahasya - Hindi
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गीता के अनुसार, शरणागति का अर्थ है धर्म और अधर्म दोनों को त्याग कर भगवान की शरण में जाना। अर्जुन के युद्ध ना करने के निर्णय पर, श्रीकृष्ण ने उन्हें बताया कि युद्ध धर्म है, पर शरणागति उससे भी श्रेष्ठ है। शरणागति में न तो अच्छा कर्म होता है, न बुरा। इसका अर्थ है कुछ भी न करना और भगवान पर पूर्ण विश्वास रखना। भगवान राम ने भी अवधवासियों से शुभ-अशुभ कर्मों को त्याग कर उनकी शरण में आने का आग्रह किया था। इस विचार को गहराई से समझने की जरूरत है।
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