Ram Katha - Part 17 - राम परशुराम संवाद Ram Parshuram Samvad
Ramkatha - Hindi
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शिव धनुष टूटने की आवाज पर्शुराम जी तक पहुंची, जिनके पास विश्णु धनुष था। पर्शुराम जी क्रोधित होकर आए और राम की पहचान की। राम ने शांति से पर्शुराम जी को जवाब दिया, जिसमें लक्ष्मण ने भी हस्तक्षेप किया। राम के वक्ष स्थल पर श्रीवत्स चिन देखकर पर्शुराम जी ने राम की दिव्यता को समझा और श्रद्धा भाव से उनकी पूजा की। पर्शुराम जी ने राम की जयकार करते हुए वहाँ से विदा ली और बारात को बुलाने की तैयारी शुरू हो गई।
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