Ram Katha - Part 15 - राम सीता प्रथम मिलन First Meeting of Ram Sita
Ramkatha - Hindi
•
8m 37s
रावण की अशोक वाटिका और राजा जनक की पुष्प वाटिका में सीता जी ने भिन्न अनुभव किए। राम और लक्ष्मण ने पुष्प तोड़ने की अनुमति मांगी और सीता जी ने राम को देखा। धनुष यज्ञ के दिन, सीता ने पार्वती जी से प्रार्थना की कि राम ही उनके पति बनें। यज्ञ में कोई धनुष नहीं तोड़ पाया, राजा जनक ने गुस्से में आकर कहा कि उनकी प्रतिज्ञा पूरी नहीं हो रही। लक्ष्मण ने राम से अनुरोध किया, और राम ने धनुष को तोड़ दिया।
Up Next in Ramkatha - Hindi
-
Ram Katha - Part 16 - सीता स्वयंवर Si...
भगवान राम ने धनुष को तोड़कर सभा में हाहाकार मचा दिया। राजा जनक और सभी दर्शक हैरान रह गए। सीता जी ने भगवान राम को माला डालने के लिए बुलाया। राम ने विनम्रता दिखाते हुए सिर झुका दिया, जिससे सीता जी को यह सिखाना था कि जो व्यक्ति धनुष तोड़ सकता है, वह विनम्रता से सिर झुका सकता है। लक्ष्मण ने पृभूमि को...
-
Ram Katha - Part 17 - राम परशुराम सं...
शिव धनुष टूटने की आवाज पर्शुराम जी तक पहुंची, जिनके पास विश्णु धनुष था। पर्शुराम जी क्रोधित होकर आए और राम की पहचान की। राम ने शांति से पर्शुराम जी को जवाब दिया, जिसमें लक्ष्मण ने भी हस्तक्षेप किया। राम के वक्ष स्थल पर श्रीवत्स चिन देखकर पर्शुराम जी ने राम की दिव्यता को समझा और श्रद्धा भाव से उनक...
-
Ram Katha - Part 18 - राम सीता विवाह ...
राजा जनक ने मिथिला से अयोध्या दूत भेजे। दूतों ने बताया कि राम ने कठिनाइयाँ पार कीं और धनुष तोड़ा, जिससे सीता से विवाह तय हुआ। दशरथ जी ने राजा जनक को आश्वस्त किया और बारात सजाई। राजा जनक ने सीता के वियोग में आंसू बहाए। दशरथ जी ने बुढ़ापे का संकेत पाकर राम को राजा बनाने का निर्णय लिया। वसिष्ठ जी ने...