मूड ऑफ़ है क्या करूँ विकास के सूत्र भाग 3
Jeevan Me Vikas Ka Sutra - Hindi
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जीवन में सुखी रहना और आनंदित होने के लिए हमें अपने विचारों को बदलना होता है। दुख और सुख हमारे विचारों से उत्पन्न होते हैं, न कि बाहरी परिस्थितियों से। हमें भगवान की दी हुई छोटी-छोटी चीजों में आभार और कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए। जैसे आंखों से सुंदर दृश्य देखना, कानों से मधुर ध्वनियां सुनना, ये सब भगवान की कृपा है। जब हम अपने जीवन में अभाव की बजाय प्रभु की कृपा को समझते हैं, तभी हम सच्चे आनंद का अनुभव कर सकते हैं।
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